वह पहली दोपहर (लघुकथा) PRAKRITI DARSHAN लघुकथाअक्सर होता ये था कि पूरे साल में गर्मी का मौसम कब बीत जाता था पता ही नहीं चलता था क्योंकि घर के सामने रास्ते...
सवाल आक्सीजन का है ? PRAKRITI DARSHAN प्रकृति दर्शन, राष्ट्रीय मासिक पत्रिका के जून माह के अंक का कवर पेज- सवाल आक्सीजन का है ?कवर बनाते समय खूब सोचा गया कि भयावह हालात...
बेहतर प्रकृति ही बेहतर प्रवृत्ति बनाती है PRAKRITI DARSHAN फ्रांस का अध्ययन है कि 2000 से 2020 के बीच ग्लेशियर के मेल्ट होने की स्पीड दोगुनी हो चुकी है ये उनका अपना अध्ययन है,...
सिर कटे वृक्षों पर कौन जीवन खिलखिलाएगा PRAKRITI DARSHAN कल्पना कीजिएगा कि आप कोई मूवी देख रहे हैं और उसमें कटे हुए सिर वाले मानवों की कोई बस्ती है और वहां किसी सिर वाले...
धन्य है हमारी संस्कृति PRAKRITI DARSHAN धन्य है हमारी संस्कृति और पावन है हमारी प्रकृति। कैसा अदभुत संसार है। हमारे पर्व मौसम के बदलने के साक्षी होते हैं। सूर्य की दिशा,...
ये दौर ही कुछ ऐसा है… PRAKRITI DARSHAN ये तस्वीर पुरानी है लेकिन आज को चीख चीखकर बयां कर रही है...। कोई दो बूंद खुशी से बेज़ार है कोई नहा रहा है खुशियों...
प्यास की बिसात पर सूखता बुंदेलखंड PRAKRITI DARSHAN देश में वैसे तो कई राज्य हैं जो जलसंकट को हर वर्ष भोगते हैं लेकिन बुंदेलखंड का दर्द कुछ अलग है, ये क्षेत्र जो कभी...
हम शर्मसार होंगे क्योंकि हमारे हाथ रीते हैं PRAKRITI DARSHAN आने वाला कल कैसा होगा कोई नहीं जानता लेकिन ये सभी समझ गए हैं कि वह बहुत ही चुनौतीपूर्ण होने वाला है, सोचिएगा कि इस...
एक अच्छी तस्वीर का इंतजार… PRAKRITI DARSHAN अमूमन आप कैमरा हाथ में पकड़ते हो और फोटोग्राफी की फीलिंग आने लगती है, आनी भी चाहिए लेकिन एक अच्छी तस्वीर इंतज़ार के बाद मिलती...
बहुत सा अनकहा खोजा नहीं जा सकेगा उम्रभर PRAKRITI DARSHAN कैसा दौर है कि अचानक आई उम्र की इस ठिठकन में कोई भी अपना करीब नहीं था, सोचिएगा कि कितना कुछ अनकहा सा रह गया...