Breaking News

बचपन, घरौंदा और जीवन

बचपन तो बचपन होता हैकितना आसान था बचपन में पलक झपकते घर बनाना... और उसे छोड़कर चले जाने का साहस जुटाना... और टूटने पर दोबारा...

वन्य जीव का दर्द

तापमान चढ़ता जा रहा हैउस फोटोग्राफ ने मुझे हतप्रभ भी कर दिया और मैं गहरे तक अंदर पत्थर हो गया क्योंकि मैं उस तस्वीर में...

प्रेम प्रतिबिंब होता है

 सौंदर्य की अपनी आयु है यकीन कीजिए प्रेम प्रतिबिंब होता है और मैं ऐसा क्यों कह रहा हूँ क्योंकि आप देखिएगा किसी सुर्ख गुलाब को देखने...

आज प्रकृति और वन्य जीव खतरे में हैं- सोचिए हम क्या अंकुरित कर रहे हैं..?

आज प्रकृति और वन्य जीव खतरे में हैं- सोचिए हम क्या अंकुरित कर रहे हैं..? स्कूल शिक्षा के लिए हैं, बच्चे सीखते हैं, किताबों से, प्रायोगिक...

ये जो मन है ना…

 मन का आधार भाव और भावनाएं हैं यह मन उम्मीदों के गुब्बारे जैसा है, हर पल नई उम्मीद, बस खोजता ही रहता है। कई दफा मन...

एक वृक्ष…चार पंछी

हमारे समाज को समझना होगायह तस्वीर मौजूदा दौर की सबसे खरी अभिव्यक्ति है, हममें से हरेक इसी तरह तो  जी रहा है...। हरेक अंदर से...

विश्व पर्यावरण दिवस

 मंथन कीजिएगा कि हम मौजूदा किस समय में हैं और बीता समय कैसा था, बहुत अंतर है दोनों में, साथ ही यह भी चिंतन कीजिएगा...