अब एकही गेंद बाकी है कचरा PRAKRITI DARSHAN मुझे हिंदी फिल्म लगान के क्रिकेट मैच की वो आखिरी गेंद झकझोंर जाती है, जब भुवन कहता है- अब एकही गेंद बाकी है कचरा....तुम्हें वो...
उन्हें समझने के लिए मन का ‘आशुतोष’ होना अनिवार्य है PRAKRITI DARSHAN काफी दिनों से सोच रहा था कि आशुतोष राना जी पर कुछ लिखा जाए, मनोयोग बना फिर बिखरा, फिर बना और बनता ही गया। आशुतोष...
ये सौंधापन तुम्हारी बातों जैसा है PRAKRITI DARSHAN सुबह कभी खेत में फसल के बीच क्यारियों में देखता हूँ तो तुम्हारी बातों के सौंधेपन के साथ जिंदगी का हरापन भी नज़र आ ही...
पता नहीं… उस प्रहर के बाद चातक बचे ही न…। PRAKRITI DARSHAN चातक का प्रेम उदाहरण है कि पराकाष्ठा के शिखर पर जीत हासिल होती है...। स्वाति नक्षत्र की वो पहली बूंद क्या है दरअसल वो कठिन...
सुखाईये और धूप दिखाईये सपनों को PRAKRITI DARSHAN सच जीवन में हम कितना कुछ बुन लेते हैं अपने लिए...। सपनों को बुनना और गूंथना दोनों में अंतर है, लेकिन बुने हुए सपनों को...