..जहाजों का अंतिम सफर PRAKRITI DARSHAN मैं जब अलंग, भावनगर, गुजरात पहुंचा तो मुझे बताया कि यहां दुनिया भर के जहाज काटने के लिए लाए जाते हैं...बातों ही बातों में पता...
स्मृतियां बूढ़ी नहीं होती PRAKRITI DARSHAN सबकुछ अलग सा था बचपन में, पिता से जिद, मां से जिद, दोस्तों के कपड़ों के रंगों में भी जिद...। गज्जब था सबकुछ...। रंगों की...
पक्षियों को आजाद कर दीजिए PRAKRITI DARSHAN ये पिंजरा हमारी भौतिक इच्छाओं की पराकाष्ठा है। हम पक्षी को नकली मानकर उसे भी पिंजरे में ही देखना पसंद करते हैं। जिस तरह से...
हमारे पास जलपुरुष हैं PRAKRITI DARSHAN दुनिया के लिए पानी क्या है, पानी को लेकर दुनिया का भविष्य क्या है ये हम सभी से छिपा नहीं है, ये बहुत स्पष्ट है...
आओ कोहरे में टनल बनाएं अपना सूर्य खोज लाएं… PRAKRITI DARSHAN ये उत्तर भारत की ठंड भी ना बहुत अजीब होती है, कुछ दिन तो ऐसे बीतते हैं जैसे हम सब दक्षिणी ध्रुव के निवासी हैं...।...
नदियां कहां से लाओगे..भागीरथ तो नहीं हो PRAKRITI DARSHAN अमूमन सुनते होंगे आप भी कि चुनावी सभाओं में नेताओं के अधपके बयानों के बीच वे नदियों को कहीं से कहीं ले जाने की बात...
चाय तुम और मैं… PRAKRITI DARSHAN सुबह हम और तुम चाय जैसे होते हैं, कुछ मीठे और इन दिनों बहुत कुछ अदरक की तरह तीखे से...। हां याद आया कि वो...
सोचा करता हूं जब पिता थे तब समय क्यों नहीं था PRAKRITI DARSHAN ..अकसर सोचा करता हूं जब पिता थे तब समय क्यों नहीं था, वे आखिर क्यों कहते थे कि कुछ पल साथ बैठ जा, कुछ बात...
हे अभिमन्यु …चक्रव्यूह भेदना सीख लो PRAKRITI DARSHAN बहुत साजिश हैं, अबकी पिछली दफा से कई गुना अधिक संगीन चक्रव्यूह है...उसे भेदना सीख लो...वरना हर युग में तुम यूं ही साजिश के शिकार...
मूक संसार कितना खौफनाक होता है PRAKRITI DARSHAN जी हां हममें से बहुत होंगे जिन्हें घर की दीवारों पर पक्षियों के फोटोग्राफ पसंद आते हैं, रंगीन चिड़ियाओं की खामोश दुनिया...। वो फुदकती नहीं,...