ठूंठ एक थके आदमी का मन है PRAKRITI DARSHAN जब भी किसी ठूंठ पर अंकुरण देखता हूँ, मेरा भरोसा हर बार प्रबल होता है कि थका हुआ और थकाया गया व्यक्ति अवश्य जीतता है।...
रंगमंच PRAKRITI DARSHAN कहानी...ये मुखौटे कहां रख दिए हैं रहीम, कहां चले गए हो भाई्? देखो ये इस तरह मुखौटे कहीं भी मत रखा करो। तुम जानते हो...
जड़ों का चिंतन… PRAKRITI DARSHAN जड़ों को देख पाना आसान नहीं होता, हम तो केवल महसूस कर लें....। कल एक पौधे को गमले से निकाल कर फैंका गया होगा... मेरी...
मौजूदा हालात में पीपल हो जाईये PRAKRITI DARSHAN कौन किसे पनपने देना चाहता है, कौन किसी को जगह देगा.. कुछ मुट्ठीभर अपवाद लोगों को छोड़ दीजिए... बहुत धक्का मुक्की है, कोई किसी को...
कान्हा से श्रीकृष्ण हो जाना PRAKRITI DARSHAN कान्हा से भगवान श्रीकृष्ण हो जाना एक यात्रा है, एक पथ है, मौन का गहरा सा अवतरण...। कान्हा हमारे मन के हर उस हिस्से में...
ये कसीदे हमें ले डूबेंगे.. PRAKRITI DARSHAN .. हम भी अजीब हैं... कोई खिलाड़ी दोहरा शतक मार जाए तो हम उसे हीरो बना देते हैं, ऐसे कसीदे पढ़ते हैं कि वो बेचारा...
दीवार PRAKRITI DARSHAN बिस्तर पर कराहती हुई मां अपने बेटों से बोली देखो यदि मुझे कुछ हो जाता है तब तुम एक साथ रहना, कभी लड़ना मत। दोनों...
हमारे यहां बहुत अंधेरा है PRAKRITI DARSHAN सुनो चंद्रमा---हमारे यहां बहुत अंधेरा है. मैंने तो सुना है कि तुम्हारे हिस्से एक ही अमावस की रात आती है बाकी समय तो तुम निर्मल...
तुम ले जाना अपने हिस्से की छांव PRAKRITI DARSHAN मैंने तुम्हारे हिस्से की छांव बचा रखी है, जिंदगी के सबसे तपे हुए दिनों में तुम अपनी छांव ले जाना। मैंने इसे सीलन से बचाने...
वो काली नदी, पस्त और पराजित सी PRAKRITI DARSHAN मैंने काली नदी देखी है, अपने आप को ढोती हुई, बेमतलब, तन्हा। कोई उल्लास भी नहीं, कोई जिंदगी की उम्मीद भी नहीं। थकी और परास्त...।...